एक बेपरवाह सी शीतल छाया, या चिन्ता से निरंतर काँपती काया, बता आखिर कौन हूँ मैं? परेशान लोगों को हमेशा हिम्मत दिलाती, और खुद आँसुओ से माँ का आँचल भिगाती, बता आखिर कौन हूँ मैं? दुनिया में छा जाने वाली कोई खास हूँ, या घर में ही सिमट जाने वाली आवाज़ हूँ, बता आखिर कौन हूँ मैं? क्या एक सी हूँ हर वक्त हर हालात में, या हर बार बदलती हूँ अपना अंदाज़ मैं, बता आखिर कौन हूँ मैं? खुद को तो देखूँगी ही पक्षपाती नज़र से, अपने भी देखेगें प्रेम के ज़ज्बाती मंज़र से, किससे पूछू्ँ कि आखिर कौन हूँ मैं? #Kaun_hu_main #who_I_am #poem #poembyasthatiwari #beHappy #BePositive #bemotivated #ShiningInDark #nojotowriters #Pleasefollowandsupport