इक झलक देखने गर्मियां छत पर बिताता हूं, सब्जीवाले के आते ही नुक्कड़ तक आ जाता हूं, तलब सी लगी हैं एहसास तेरा पाने की यूं मुझे, चाय की जुठी कुल्हड़ चायवाले से मांग लाता हूं... #Akansh ©AKANSH SAHU #chai #chai_love