प्रेम दिवस (एक संदेश की ख़्वाहिश) मिट जाये दिलों से नफ़रत ऐसा सबके दिलों में प्रेम का पुष्प खिलाये। हो ग़र रिश्तों में गिले शिकवे दिलों से दूर हो जाये ऐसा एक संदेश फैलाये।माना जाता प्रेम प्रतीक चलो आई परिवार के रिश्तों की नींव में बढ़ती कड़वाहट को मिठास रूपी तोहफे से अपनों का दिल जीता जाये।माना जाता इसे प्रेमियों का दिवस क्यो न अपने परिवार के साथ ये दिवस मनाया जाये।हर रिश्तें में प्रेम भाव है बसता क्यो न अपनों को प्रेम भाव सम्मान से सम्मानित किया जाये चलो बदल दे मायने प्रेम दिवस के दुनियाँ में प्रेम भाव का संदेश फैलाया जाये। अपनों के दिलो में उतरकर क्यो न सबके विचारों को अच्छी सोच का संदेश फैलाया जाये बदला जाये।जो करते नफ़रत प्रेम दिवस से उन तक ये संदेश फैलाया जाये। जब भी प्रेम दिवस आता कुछ इस दिवस में खो जाते कुछ इसका विरोध करते। मगर इसको अच्छे विचार के साथ देखा जाये तो परिवार के रिश्तों को मजबूती मिलती है इससे परिवार का हर सदस्य का अपनों के प्रति प्रेम भाव को प्रकट कर उनके लिए जो सम्मान है उसके मन में वो बतला सकता है। वैसे ये प्रेमियों का दिवस माना जाता है क्यो न इसे अच्छी