किसी को इल्म नहीं राज़ की बात है... कि तुमपे कुछ राज़ नहीं इसी अपनापे की दुनियां मोहताज है ख्याल मिले न मिले हम यों तो हममिजाज़ हैं पलकों के शामियाने में जो परिंदों से शोख ख़्वाब हैं वो तेरे चश्मे सुखन इनका आसमान हैं धूप! तेरी हथेली भर लब तलब प्यास हैं भटकते बादल जो धड़कनों में शोर करते हैं तल्ख़ आंखों में नहीं दिल पे जा बरसते हैं भीगी भीगी ज़मीं का तुझे भी एहसास है मुझे भी एहसास है #राज़कीबात #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqlove #yqnights #yqminglingwith #yqyouandme