हा! मै गुन्हेगार,,, हूँ मैंने अपने ख्वाहिशो,,,का गला,,,घोटा है।।। अपने सपनो को,, अपने,,,अरमानो को,, दम तोड़ते हुए मैंने देखा है।।। कभी इज्ज़त,, तो,,कभी मरियादा ,,,के, नाम पर,,,अपने ही भीतर हर रोज एक,,,एक को मरते हुए देखा है।।।।।। #guilty#insaaf#kya_armano_sapno_khwahiso_ki_mout_ki_koi_saja_nhi_hoti#Q#andar_ki_awaj#pukar_man_ki#Nojoto#hindi