मोहब्बत पर यूं तो सारा ज़माना लिखे है, कोई करे तो फिर क्यूं शमशिरे तने है। निकले कई फतवे और सब दुश्मन बने है, कह दो फिर ये है गलत इसे अब ना कोई पढ़े है। जिंदगी भर सब कहे मोहब्बत से जियो, दिल से हुई मोहब्बत तो कहते है मरो। क्या एक यही मोहब्बत करना हमारा दोष था, आज खून से लतपथ सड़क पर लाशें पड़ी है। नहीं सोचा था मोहब्बत का ऐसा अंजाम होगा, सोच थी मोहब्बत है तो मोहब्बत पर ही तमाम होगा। ए मेरे रब मुझे न कोई इंतकाम चाहिए, दे समझ और मोहब्बत का दिलों में पैग़ाम चाहिए। #mohaabat #जमाना #शमशिर #फतवे #दुश्मन #मोहब्बत़ #urduhindi #kiranpoetry