पंछी उड़ने को तैयार है पुराना घोसला छोड़ नया आशियाना बनाने को तैयार है वक़्त का तकाज़ा है, अपने भी उसे उड़ते हुए देखने को तैयार है आंखे ज़रा नम हैं, दिल बेज़ार है पर क्या करे ये तो दुनियां का पुराना दस्तूर है आशियाना उसका अब हमसे दूर ही सही दिल में तो वो बस प्यार-प्यार है @deepali dp #deepalidp #rahaterooh #mojzamiracle #loveforchildren #hindi_poetry #beingparent