उसने हमसे अपना हाल बताया नहीं हमने हाले दिल ज़ियादा जताया नहीं अपनी मुहब्बत का अंजाम जानता था फिर हमने ज़ियादा ज़ोर आजमाया नहीं ! कितने बहाने बनाए सिर्फ जाने के, रुकने का कोई बहाना बनाया नहीं इतनी सदाएं दी वस्ल के बाद उसको अफसोस,उसने गौर फ़रमाया नहीं! बड़ी ज़ोर से हंस रहा था इक मुसाफ़िर शायद उसको अभी घर याद आया नहीं! कविराज अनुराग #leaf #गजल #मुहब्बत #सोहबत #नज्म #कविराज_अनुराग