तुनिषा चली गई!! कौन तुनिषा? उसकी मौत के बाद ही मैने भी उसे जाना,, आपकी तरह मुझे भी उसके जाने से क्या फर्क?? पर एक बार फिर उसी फरेब ने उसकी जान ली,, जिसे उसने प्यार समझा,, उस छलावे से उसने सच में प्यार किया था कल तक जो उनके अंतरिम पल थे आज शायद उसकी गवाही देने वाला कोई नही था,, तो साबित किया उसने खुद को उस धोखे के लिए भी,, जिसे न जीते जी उसकी कद्र थी न मरने के बाद, सिर्फ जिस्म की चाहत प्यार नहीं फरेब है,, इश्क इबादत है,, ये कोई सबूत नही मांगता,, इश्क और फरेब के फर्क को समझिए और समझाइए,, शायद आपका कोई अपना तकलीफ में हो,, #RIPTUNISHA# ©पूजा मिश्रा #fake love