इस शमा को जलना किसने सिखाया, परवाने को जलाना किसने सिखाया. अँधेरे में तो जुगनू भी रहा दिखाते है, किसने हर शख्स रौशनी का मोहताज़ बनाया।। हवा मंद-मंद बहती है, है छाया अंधेरा चारो ओर. जाने कैसे ये राह अपनी चून लेती है. आंखे है की उस अँधेरे में कुछ गुम हो जाए तो भी ना जाने कैसे पंख ले कर सपने मेरे, मेरे आँखों तक आ जाते है।। सपनों का, जुगनू और हवाओं का अलग किस्सा..... #dream #Miracle #My_Way