मखमल से बिछे रास्तों पर कांटे हज़ार मिले में जितनी बार तेरी गली से गुज़रा आशिक़ तमाम मिले दिल को ठंडक मिल जाए जो तेरी आंखो का जाम मिले जब में गया रुसवा होकर भी तेरी शादी में मुझे तेरे कई यार मिले जब मैंने पढ़े तेरी बेवफाई के शेर महफ़िल में मुझे कई इनाम मिले तंग आ गया हूं इश्क़ कर कर के मुझे अब कोई और काम मिले #SAB_MILE_TO_ZINDAGI_SE_KYUN_HONGE_GEELE