दिल पर जरा सा तुम हाथ रख दो... दिल पर जरा सा तुम मेरे हाथ रख दो, कभी तो तुम इस दिल की बात सुन लो। क्यों कर रहे हो तुम मुझसे इतनी बेरुखी, कभी तो इन धड़कनों की आवाज सुन लो। यादों का सितम भी अब कुछ यूं उमड़ा है, शहर को छोड़कर मेरी गलियों में बरसा है। छलक रही है वो यादें भी इन आंसुओ में, कभी तो तुम मेरे इस दिल का दर्द समझो। कभी तो तुम मेरी इन गलियों में आ जाओ, आकर अपनी ये यादें भी वापस ले जाओ। लगाकर अपने दिल से मुझे अपना बनाओ, कभी तो तुम मुझे अपना कहकर बुलाओ। आकर तो देखो तुम हाल-ए-दिल मेरा भी, कभी तो तुम भी मेरे दिल का ख्याल पूछो। क्यों कर रहे हो तुम मुझसे इतनी शरारतें, कभी तो तुम मुझे अपनी बांहों में समेट लो। ©Manish Singh #Poetry #lovepoetry #lovequotes #poetrylovers #One_sided_love #love_forever #memories❤ #lovememories #yadonkasitam #mk847698