पूरे होकर भी मैं अधूरी हूं क्यूंकि तेरे एहसास से मैं जुड़ी हूं तुमसे दूर चाहे मैं रहती हूं तेरे याद के बिना कहां मैं जी पाती हूं,,,,, सब कुछ तो लगता पास है लेकिन तेरे अलावा कहां कोई खास है तू आजा फ़िर से मेरी जिंदगी में एक कहानी लेकर मुस्कुराती हुई यूं तुझे ख़ामोश देख तेरे याद के बिना कहां मैं जी पाती हूं,,,, खोई सी रहने लगी हूं हां मैं थोड़ा सा उदास भी हूं रोने से ख़ुद को रोक लेती हूं क्यूंकि तुमसे किया वादा खुश रहने का निभाती हूं मैं तुम्हारी तरह तेरी परछाई बनना चाहती हूं तेरे याद के बिना कहां मैं जी पाती हूं,,,, ❣️ Ek lamha ho tum mere paas rehna Dur hokar bhi mere kareeb rehna ❣️ ❣️❣️ Khamosh kyu ho ,,,,,,Ab to nindo se uth ja Kyu akeli saheti drd etna Mere puchhne par nhi btati ,,,,,,,,,❣️❣️