दुनिया में स्याही घोल दिए, और दुनिया विष में घुली हुई जब बातें दिल को लग जाएं, दिल की धड़कन कैसे रोकें कण्ठ ज़हर में नीला है, गंगाजल फँसा है आँखों में जब हलक में काफ़ी जलन भरी, तो नज़म नशा कैसे छोड़ें हमनें था लिखना छोंड दिया, और सालों तक फिर लिखा नहीं पर जीवन उसने लिख डाला, तो हम लिखना कैसे छोड़ें -Nishant Pandit ©STRK फिर हम लिखना कैसे छोड़ें...❣️✍️ #कविता #Kvi #Shayar #harharmahadev #Love #Nojoto #writer