घर का रास्ता मेरी अब शामें ख़ूबसूरत नही होती है मेरे हर रास्ते सुनसान बियावान होती है जब से वो गए मेरे पास से कुछ वादे कर आज तलक निगाहें आने का इंतज़ार करती है मेरे घर का रास्ता भूल गए है वो शायद इसलिए अब वो मेरे दर पर निग़ाह नही करते है #निग़ाह #नज़र #इश्क़ #love #poetry #poem #feelings #nojoto #nojotonews