जो कहानियां सिर्फ किताबों में अच्छी लगती है कभी-कभी वो कहानियां हकीकत हो जाए ऐसा ख्याल आता है और जो शब्द सुनने में अच्छे लगते हैं किसी कहानी या परी कथा में।। वह कभी कानों में घूम जाए तो अच्छा लगता है। जिंदगी के दो पहलू दोनों ही एक दूसरे से अलग।। एक हकीकत तो एक कहानी एक अधूरी तो एक पूरी सी। सभी की जिंदगी इन पहलुओं से चलती है कभी गिरती तो कभी संभालती अलग-अलग राहों से गुजरती। दुख सुख की गहराइयों को नाप कर जिंदगी अपने ही धुन पर आगे बढ़ती है। फिर भी न जाने हम क्यों परी कथाओं को अपनी जिंदगी का हिस्सा नहीं मानते हैं किताबी बातें हैं भाई किताबों में यह अच्छी लगती है यह कहकर हम अपने जिंदगी के हर किसी को डालते हैं। ©kiran bisht #shayaribooks