Dear Diary डियर डायरी तुम ही सच्ची दोस्त हो मेरी, हर खुशी हर दुख को मैं तुमसे बाँटाँ करती हूँ, अच्छे,सच्चे रिश्तों में मैं तुझको गिना करती हूँ, अक्सर हार जाती हूँ जब हालातों से, तो तुमसे बातें किया करती हूँ उठाकर कलम फिर स्याही से जज़बात , तुझ पर उतारा करती हूँ, सोचती हूँ अक्सर के तुम नहीं होती तो क्या होता मेरा तुमसे ही सीखा है मैंने शब्दों का खेल, घुमाफिरा कर शब्दों को, कविताओं में उतारा करती हूँ तुम ही सच्ची दोस्त हो मेरी, तुमसे ही हालात सब बयॉ करती हूँ #Diary