दुल्हन सोलह श्रृंगार में सजी एक भारतीय नारी। दो परिवारों को अपने प्रेम के धागे में बांधती। लाल जोड़ा नाक में सजती नथनी दुल्हन बन वो दमकती। इंतज़ार करती बाबुल के द्वारे बरात संग अपने पिया की। संग अपने ढोल, ताशे, नगाड़े और बजती शहनाई। देख अपने पिया को दुल्हन शरमा कर मंद मंद मुस्काई। धरती, आकाश, चांँद, सितारे, अग्नि सब आज़ रात साक्षी बनते। सुबह सूरज के किरन में डोली से विदा होती अपने बाबुल के घर से। विश्वास और प्रेम के बंधन से सारे रिश्ते महकते रहें। सुख और समृद्धि से उनका जीवन हमेशा सजता रहे। #rztask508 #rzलेखकसमूह #restzone #collabwithrestzone #rzwriteshindi #unique_upama #yqdidi #yqrestzone