जो भी मिला मुझे.. जीवन में... एक टुकड़ा.. हर बार ही... ले गया... वो रूह से छीनकर... फ़िर रफ़्ता- रफ़्ता... कुछ यूं हुआ.. रूह टुकड़ों में बंट कर.. ढोने लगी मुर्दे जिस्म को .... ॥ ©Sonam Verma #Sa#JourneyOfLife#Soulless#ripsoul