ऐसा नहीं है कि माँ को बना के खुदा ने कोई जसन मनाया होगा बल्कि सच तो ये है बहोत पछता या कब उसका एक-एक जुदा किसी ओर ने चूरा लिया वो जान भी नहीं पाया खुदा का काम था मोहब्बत वो माँ करने लगीं खुदा का काम था हिफाज़त वो माँ करने लगीं खुदा का काम था बरकत वो भी माँ करने लगीं देखते ही देखते उसके आँखों के सामने कोई परवर दिगार हो गया वो बहोत मयूस हूआ बहोत पछताया क्यो कि माँ को बना के खुदा बे रोज गार हो गया ऐसा नहीं है कि माँ को बना के खुदा ने कोई सजन मनाया होगा बल्कि सच तो ये है बहोत पछता या कब उसका एक-एक जुदा किसी ओर ने चूरा लिया वो जान भी नहीं पाया खुदा का काम था मोहब्बत वो माँ करने लगीं खुदा का काम था हिफाज़त