तुम ही कृष्णा तुम ही मोहन तुम ही मधुसूदन हो दुनियाँ कहती भगवान तुझे फिर भी देवकी नन्दन हो तुम ही सिया के वर श्रीराम मर्यादापुरषोत्तम हो जगत पिता पार-ब्रह्म परमेश्वर हो फिर भी दसरथ-कौशल्या नन्दन हो तुम ही मीरा के श्याम हो शबरी के श्रीराम हो तुम ही जसुदा मैया के लल्ला तुम ही रघुकुल के रघुनंदन हो