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दीदार-ए-चांद को तरसते रहे लोग चांद निकला ही नहीं व

दीदार-ए-चांद को तरसते रहे लोग
चांद निकला ही नहीं वो अमावस की रात थी #auestheticthoughts  #moon  #moonsandmoans  #yqbaba #yqdidi  #itisvaibhav  #poetry  #yqquotes
दीदार-ए-चांद को तरसते रहे लोग
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