इश्क़ में बर्बाद होकर ठोकरों में आना था लुटा है इश्क़ ने मुझे जैसे मैं लूटा खज़ाना था हमसे न पूछो कोई कैसे उजड़ा है दिल ये मेरा इल्ज़ाम यूँ सर लिया है मेरा यार वो पुराना था लूटा है इश्क़ ने मुझे जैसे मैं लूटा खज़ाना था इश्क़ में बर्बाद होकर ठोकरों में आना था लूटा है इश्क़ ने मुझे जैसे मैं लूटा खज़ाना था आँखों की भूल थी मेरी या दिल की मैं कहूँ सारे शहर में दिल मेरा उस बेवफ़ा पे आना था लूटा है इश्क़ ने मुझे जैसे मैं लूटा खज़ाना था इश्क़ में बर्बाद होकर ठोकरों में आना था लूटा है इश्क़ ने मुझे जैसे मैं लूटा खज़ाना था बैठा हुआ हूँ आज भी तेरे वादों की राह पर जानता है दिल तुम्हें वादा नहीं निभाना था लूटा है इश्क़ ने मुझे जैसे मैं लूटा खज़ाना था इश्क़ में बर्बाद होकर ठोकरों में आना था लूटा है इश्क़ में मुझे जैसे मैं लूटा खज़ाना था ©kumar_sanjeev #NojotoQuote मृगतृष्णा