वो अब सजती-संवरती होगी किसी और के लिए दौड़कर छत से उतरती होगी किसी और के लिए वो बात-बात पर मुझे अपना सबकुछ कहती थी अब अपना मांग भरती होगी किसी और के लिए मेरा घर जाना सही नहीं, उसके घर के तरफ से अब वो इंतजार करती होगी किसी और के लिए जिन हांथों में मेरा नाम छुपाकर लिखा करती थी उनमें में मेंहदी उतरती होगी किसी और के लिए के जिस चांद को देखकर मांगा करते हम उसको वो उसकी पूजा करती होगी किसी और के लिए #NojotoQuote किसी और के लिए #missing #love #nojoto #nojotohindi #pyar #shayari