ज़फाए बहुत की,बहुत जुल्म ढाए .. कभी इक निगाहें करम इस तरफ भी । हमेशा हुए देख कर मुझको बरहमन , किसी दिन जरा मुसकरा कर तो देखो।.. {Sabreen Nijam} #favsong#dillagi#jafaye#nigahe