मुश्किलें आयी पर पीर नही बदला, गिर गिर कर चला पर शमशीर नही बदला। ठोकरे खाना तो चलने की निशानी है मेरे दोस्त, खुद में खुद की रंजीसे भी हुई पर कभी जमीर नही बदला। #amiteshdubeyquotes