मेरे ज़मीर का सौदा करने उसनेे भेजे थे कुछ मुखबिर अकड़ ऐसी कि न खुद आया न शराफत से भेजा हमने भी कहलवा दिया आँगन के चौखट पर ही कि न तो हम बिकाऊ हैंऔर न ही हमारे दरवाज़े की धूल। ©Rupam Pathak #jameerkasauda #dhokha #matalabi_duniaa #matalabidost #rangesiyar #khudgarjmohabbat #khudgarzLog