चाहता हूँ ये कुछ आखिरी के दिन जिनमे मैं हर वक़्त तुझको तलाशता हूँ हर छोटी-छोटी बातों में तेरा ज़िक्र चाहता हूँ... तेरे नफरत में क़ैद हुए बेहद प्यार को पाना चाहता हूँ... तेरे प्यार में मिले दर्द को महसूस करके टूटना चाहता हूँ... तेरे बातों के ज़रिए दिल को ज़रा ठंडक देना चाहता हूँ... तेरे बाहों की गर्मी में इस सर्द के मौसम को बिताना चाहता हूँ... तेरे साँसों में बसे अपनी साँस को महसूस करना चाहता हूँ... तेरे प्यार में लिखे शायरी का ऐतबार कर शायर बनना चाहता हूँ... तेरे चेहरे की हँसी में बसे मेरे सुकून को पाना चाहता हूँ... तेरे आवाज़ में बसे अपने नाम को सुनना चाहता हूँ... अपनी गलती से खो चुके तेरे प्यार को फ़िर से पाना चाहता हूँ... ये कुछ आखिरी के दिनों में मेरे मैं इन चाहतों में मिट कर जीना चाहता हूँ... -Teeka Ram #chahtahoon