हम जीत जायेंगे, पीड़ाओं में घिरे हैं हम सब, अंगारों में झुलस रहे हैं। कौन जीवन चढ़ जाए आहुति, मन में ये डर क्यूं बैठा रहे हैं। उम्मीदों को जिंदा रखकर, ध्येय पथ पर चलना होगा। हम जीत जायेगें बस, मिलकर के लड़ना होगा। Dr. Shalini Saxena ©Dr. Shalini Saxena #हमजीतजायेंगे