गुनाह ए इश्क हुआ है आज हमसे भी यारों, कोई सुनले ये दस्तक कोई तो हमे भी पुकारो, जहां ये चाहतों का है बहुत सुन्दर सा दरिया, कोई तो डूबाके हमे इस सागर से उबारो #Dreams #ishq #gunnah #समन्दर