कुछ बेबाक सी हू.... कुछ बेताब सी हू..... तेरे ख्वाबो के साज मे हू...... तेरे दुनिया के आलम मे गुमनाम सुबह सी हू.... तेरी मोहबत की मद्होसि मे दुनिया से अंजान सी हू... बेखबर हर हालातो से हू...... बस तेरे प्यार की छाओं मे हू.... बस तेरे प्यार की छाओ मे हू... ©Aradhya ehsaas e zindagi #idhq #Love