पसीना बहाता हूं खून जलाता हूं बमुश्किल दो वक्त रोटी खा पाता हूं..। देखो गौर से हाड़ मांस तो एक है ! पर इंसान नहीं मजदूर कहलाता हूं..। 🖋️ नरेन्द्र मिश्रा #NojotoHindi #NojotoRaipur #majdoordivas #majdoor