आओ देखो ज़रा कैसे मुझमें तुम समाये हो रूह में मेरी पात्र तुम अपने भी ले आये हो जो बहते थे अब तलक वो अश़्क अब बहते नहीं कुछ इस कदर मेरे दिलोदिमाग़ पर छाये हो ख़ुदा करे ताउम्र रहें साथ हम तुम करेंगे हर ख़्वाब पूरा जो तुम सजाये हो गर बातें मुलाकातें रोज़ करोगे हमसे तुम घटा देंगे परेशानियों का बोझ जो तुम उठाये हो उन पलकों की कशिश में खोना चाहता है भारत उसका ज़िक्र होते ही महफ़िल में जो तुम झुकाये हो #ShayarInMe #KaviBhitar #HumTum #IshqEMulaqat