तुम्हारी याद हर बार आती है और रख जाती हैं होंठों पर मुस्कान गुदगुदी बेचैनी बदन में भारी कदमों से दौड़ती हुई टीस भरी झुनझुनी और भी न जाने क्या-क्या फिर तुम्हारे वो अंतिम कटु वचन.... मैं पूछती रह जाती हूँ क्यों आ जाती है बार-बार क्यों नहीं झूल जाती नफरत की फंदे में क्यों नहीं पिला देता इसे वक्त अपना ज़हर फिर.... चुल्लू भर अश्क आंखों में झोंकते हुए भाग जाती है मुंह चिढ़ाते बदले में मेरी आंखों में उमड़ आता है स्नेह, ढ़ेर सारा मैं पीछे से आवाज़ लगाती बस... तुम्हारे लिए बचाकर रखे वही सवाल दोहराती रह जाती हूँ। कह दो अपनी यादों से जो आएं तो जवाब दिए बिना न जाएं। #yaad #missualot #loveforever