विष्णु के छठे "आवेश अवतार" भगवान परशुराम का जन्म संसार के उद्धार को हुआ। परशुराम का जन्म छह उच्च ग्रहों के योग में होने से वे तेजस्वी ओजस्वी महापुरुष हुए। भगवान शिव के अनन्य परम भक्त थे शिव से विशेष परशु प्राप्त कर परशुराम कहलाए। अक्षय तृतीया के शुभ दिन माता रेणुका के गर्भ से भगवान परशुराम का प्रादुर्भाव हुआ। राक्षसी प्रवृति के सभी राजाओं का वध करके पृथ्वी वासियों को सदा ही भय मुक्त किया। क्षत्रियों के अहंकार पूर्ण दमन व पापियों से विश्व को मुक्ति दिलाने के लिए ही जन्म हुआ। गणपति ने शिव दर्शन करने से जब रोका प्रहार कर उन पर उनको एकदंत था कर दिया। जनक, दशरथ और स्वंय श्रीराम राजाओं ने भी समुचित सम्मान और अभिनंदन किया। द्वापर युग में कौरव सभा में कृष्ण का समर्थन किया और उनको सुदर्शन चक्र भी दिया। असत्य वाचन करने के दंड स्वरूप कर्ण को सारी विद्या विस्मृत हो जाने का श्राप दिया। भीष्म, द्रोण और कर्ण को शस्त्र विद्या में पारंगत बनाया शिक्षक बनकर शिक्षित किया। परशुराम पुरुषों के लिए आजीवन एक पत्नीव्रत के पक्षधर थे कर्म से क्षत्रिय योद्धा हुए। भगवान परशुराम एक सच्चे शूरवीर योद्धा थे नारी जागृति अभियान का संचालन किया। इनका जन्म पृथ्वी पर धर्म, संस्कृति, न्याय, सदाचार और सत्य की रक्षा के लिए हुआ था। -"Ek Soch" #9avatarofvishnu #parashuramavatar #openforcollab #yqbaba #yqdidi #yqquotes #myquote Topic: Parashuram Avatar Time limit till 10:00pm tonight... No word limit You have to maintain these hashtags Kindly keep the bell icon on to get recent updates...