घर से दूर नौकरी करने वाले जब किसी पर्व त्योहार लौटते है घरों की तरफ़ तब न जाने कितने ख्वाबों से घिर जाते है। सरपट दौड़ती बस, रेलगाड़ी की गति कम ही लगती है। कटता हुआ सफ़र लंबा होता है घटती दूरी बढती है और दिन का जल्दी जल्दी ढल जाना सब अनियत होते हैं। छुट्टीयां शुरू होने से पहले 'ख़त्म हो जाने की चिंता। ये सब सुख में दुख और दुख में सुख का घुलना सा है। दीपावली की छुट्टियों! शुक्रिया तुम्हारे आने का।।। ©Shiv~ #HaapyDiwali #chhutiyan #dryleaf