दर्द को और न छुपाया जाए ज़ुल्म उसका करीब से देखा डर को अब दूर भगाया जाए दिल उसे देखकर गुम हो गया पता उसका भी लगाया जाए खामखा की बहसों से बचो बात को और ना बढ़ाया जाए आइए कुछ लिखते हैं। मेरी पंक्ति के साथ अपनी पंक्तियाँ जोड़ें... ( ग़ज़ल ) #ग़ज़ल #ग़ज़ल_अभ्यास #yqsayyed #निदाफ़ाज़ली #yqdidi #yqbaba #collabwith_निदाफ़ाज़ली #YourQuoteAndMine Collaborating with Nida Fazli