अदृश्य आपदा बनी परिदृश्य। हो गये हम भी शिकार आपदा के, काट रहे एकांतवास। अलग-थलग से पड़ गये अब तो, करते रहते खुद को साफ। बचते फिरते रहते थे....पर कोरोना को हो गया हमसे प्यार, इतना निर्दयी, निर्मम है ये,,,,,,,,, अलगाव कर दिया खुद के घर मे😓 किसी को नही तुझसे लगाव पर, तू सबके लग जाए क्यों? बहुत समय काटे है तूने, बहुतों को कष्ट दिए यहां... कितनों के घर तोड़े तूने, कितनों की जानें ली यहां.... कैसी होती है जीवनशैली, भूल गए सब तेरे डर से.... बहुत बिगाड़ा सबका तूने, अब दूर चला जा यहां से🙏 अब तो दूर चला जा कहीं पे 🙏 और ......... तू भी कर ले अपना एकांतवास। 😓 #yqquotes #cironavirus #coronaquote #homeisolation #loneliness