मेरे जनाज़े की उसको खबर न हो यह रब से मेरी दुआ है, मैं सांस भी लूँ अगर आखिरी , तो भी उसको खबर न हो यह मेरी खुद को बदुआ है। बस इतना कह- हिस्से की कुछ सजाए माग ली मैं टूटे हुए भरोसे की चिताए माग ली आखिरी। चिताए टूटे हुए भरोसे की