#OpenPoetry तन रो ताप ठरे रियो है झीणो - झीणो मेह वरे रियो है | मेह में मोका आवे रिया है चूल्हा - चौंका भीग जावे रिया है बाईं छत माथू पाणी काढ़े बापू रोटीयां करें रियो है ! झीणो - झीणो मेह वरे रियो है | #OpenPoetry