कोमल कोमल से है गुलाब, कोमल से है पाखरू, कोमल सि है नदी, कोमल से है ये सागर, कोमल से है ये वृष, कोमल सि है उस्की शाखाये, कोमल सि है ये पृथ्वी, कोमल से है ये प्राणी ये जिव, कोमल सा है माँ का प्यार, कोमल सा है उसका द्वार कोमल सि है ये सृष्टि सारी, कोमल सा है धरती अंबर #pollutionfree #makeit #dreamindia