महज़ एक बार हो, उसे 'मोहब्बत', दुबारा हो उसे 'समझौता', और बार-बार हो, उसे 'व्यापार' कहते है ।। महज़ एक बार हो, उसे 'मोहब्बत', दुबारा हो उसे 'समझौता', और बार-बार हो, उसे 'व्यापार' कहते है ।। -:नागवेन्द्र शर्मा(रघु) #nagvendrasharma #ईश्वर_सिगरेट_और_मैं #कुछजज्बातजहरकेसाथ #जीवन #आखिरी_अल्फाज़ #समझौता #व्यापार #मोहब्बत