___________________________ दिल को चैन तुम बिन आता नहीं ये कैसा बंधन है जो टूटता नहीं चली जाती हूँ तुम्हारी गली आज भी के उन लम्हों को ये दिल भूलता नहीं खो चुकी है हर खुशियाँ मेरी तुम बिन एक तूँ है जो मुझे कभी समझता नहीं होते है दिल के हजारों टुकड़े मेरे सनम इन आँखों के आँसू जो कभी थमता नहीं अब तो इतनी ही इल्तज़ा है Queen" की भले अपनी जिंदगी में शामिल करना नही पर कभी अलविदा तुम कहना नहीं कहना नहीं ।। ♥️ Challenge-565 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।