गम यूं लिपट के बोला मुझसे आजजी के साथ। मुझको तो फकत रहना है बस आप ही के साथ। कोई नहीं है आप सा दिलदार आदमी, मैं रहना चाहूँ आप जैसे आदमी के साथ। कोई किसी के साथ है, कोई किसी के साथ, कलियों के साथ काँटे हैं, भंवरा कली के साथ। गैरों के साथ मिल के करे कतल भाई का, वो खाक सिला रहमी करेगा किसी के साथ। 'जावेद' जावेदा नहीं रहती है हर घड़ी, गम और खुशी मुहीत सब की जिंदगी के साथ। #दीवान_ए_शौक# ©Nadeem Sarwar #दीवान_ए_शौक