आज भी किसी कविता को अंगुलियों के पोरों से लिखे जाने का इंतज़ार है शब्दों को रूह में उतरने का इंतज़ार है #कविता#रूह#अंगुली#पोरों#इंतज़ार #YoPoWriMo #Yqbaba#yqdidi