" होली के रंग, क्या रंग पाए तुम्हें, दीवाली के दीपक,क्या रोशन कर पाए तुम्हें, क्या शिवरात्रि , तुम्हें योगी बना पाई, क्या नवरात्रे, पवित्र कर पाए तुम्हें, क्या गंगाजल मन,स्वच्छ कर पाया, क्या बनारस, तुम्हारा मोह छुड़ा पाया, रामनवमी पर,क्या राम का ध्यान धरा, गीता का कौन सा ज्ञान, तुम्हें मिला, अपने ही फलसफों में तुम,उलझे दिखते हो, बुद्ध हो ,पर शांति से विमुख ही दिखते हो, जिस क्षण,तुम स्वयं को पहचान पाओगे, उसी क्षण, वेदनाओं से मुक्त हो जाओगे ।। Author Vivek Sharma #hindu #hinduism #festival #diwali #yqlatest #oldsoul #yqbaba #yqdidi