काम कोई ना आया मैं, इस तरह बेकार हो गया हूं ! पलटते - पलटते पन्ने तेरी यादो के, गुजरा अखबार हो गया हूं ! लिखता हूं तुझे...फिर मिटा देता हूं इस कारोबार मे माहिर हो गया हूं ! ना अपना, ना मोहब्बत का... काम कोई ना आया मैं! इस तरह बेकार हो गया हूं !