सुकून नहीं देते अब राहत के फूल, मुरझा गए है सारे, चाहत के फूल. सामने आई कुछ और ही हक़ीक़त, टूटे बिखरे से मिले हसरत के फूल. ©Mansi #मानसी #नोजोटो #Trees