#कुछ देर और...... अच्छा होता यदि समय कुछ देर के लिए अगत हुआ होता! तो मैं कुछ और देर तुम्हारे पास ठहर पाती कुछ श्वेत पुष्प और झर पाए होते अभिव्यंजनाओं में घुल पातीं कुछ और लक्षणाएँ कविता तब इतनी बिंबरहित न होती! यदि समय कुछ देर के लिए ही अगत हुआ होता! तो शायद एक सदी न गुजरी होती.....कहानी में! जंगल कुछ और अधिक देर सोख पाते जल बारिश चुपचाप यों नदी नहीं हुई होती! देखो! इस बार जो मिलो तो मत झुठलाना कि बारिशों ने कभी जंगलों की पुकार को अनसुना किया! --सुनीता डी प्रसाद💐💐 #कुछ देर और...... अच्छा होता यदि समय कुछ देर के लिए अगत हुआ होता! तो मैं कुछ और देर तुम्हारे पास ठहर पाती कुछ श्वेत पुष्प और झर पाए होते