हजारों की भीड़ में अकेला महसूस करता हु तुझे पा तो नही सकता फिर भी तुझे खोने से डरता हु याद आती है तुम्हारी तुम्हे मोहब्बत करता हु यकीन होगा तुम्हे भी एक दिन इसलिए रोज इजहार करता हु तू दूर रहे मुझसे या पास रहे मेरे हम तेरे थे तेरे रहेंगे ये वादा तूझसे मैं करता हु। #अशरफ